कबीर साहेब जी का प्रकट दिवस 14जून
आदरणीय गरीबदास जी महाराज को, 10 वर्ष की आयु में, कबीर परमेश्वर जिंदा महात्मा के रूप में सन् 1727 में नला नामक खेत में मिले और अपने सतलोक का साक्षी बनाया तब गरीबदास जी महाराज ने परमेश्वर की महिमा का वर्णन करते हुए कहा, अनन्त कोटि ब्रह्मांड का, एक रति नहीं भार। सतगुरु पुरुष कबीर हैं, कुल के सृजनहार।। कबीर परमेश्वर, नानक जी को जिंदा बाबा के रूप में बेई नदी के किनारे मिले और उनके आग्रह करने पर सतलोक दिखाया तब श्री नानक जी ने उनकी महिमा का वर्णन करते हुए कहा, हक्का कबीर करीम तू, बेएब परवरदिगार। नानक बुगोयद जनु तुरा, तेरे चाकरां पाख़ाक।।